एक मुलाकात हो गई होती


डॉ कीर्ति पाण्डेय

एक मुलाकात 
हो गई होती
दिल की सारी बात 
हो गई होती

लब कहते 
या न कहते कुछ भी
अरमानों की रात 
हो गई होती

जुस्तजू हम तो 
रखते हैं मिलन की
थोड़ी आरजू 
तुमने भी की होती

Comments

  1. Lovely story like natural to say something things

    Write beautiful dear and love you my heart you are a jenious

    kkTiwari Like

    ReplyDelete
  2. थोड़े शब्दों में बहुत कुछ कह गई। शुभकामनायें

    ReplyDelete
  3. पूर्णता की खोज में
    कितनों की पूर्ण हो गई जीवन।
    हर पल रहो आनन्द में
    मानव तेरे अन्दर ही मधुवन।।


    ReplyDelete
  4. छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता,
    टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।

    प्रभु कृपा

    ReplyDelete
  5. बहुत सुन्दर।
    थोड़ी आरजू ...
    क्या बात है।

    ReplyDelete
  6. ये आरजू क्या करेगी जब कोई मिलने से मना कर दे

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

जिसको जिसकी कहनी थी

आज के समाज में